# चलो मुसकुराते है #

कितने अजीब है हम लोग हक़ीक़त मे कम और तस्वीर मे ज्यादा मुसकुराते हैं | लोग कहते है कि आनंद पूर्वक जीने के लिए जीवन में adjustment करना सीखो | बहुत कोशिश करता हूँ पर कभी – कभी सफल नहीं हो पाता हूँ | मैं परेशान हो जाता हूँ अपनों के द्वारा दिये ज़ख्मी सेपढ़ना जारी रखें “# चलो मुसकुराते है #”

#मेरी अच्छी दोस्त – कलम #

अब मैं ने तय किया है कि आत्मा को स्वच्छ रखना है | हमारे अन्दर जो वर्षों से गन्दगी  जमी हुई है उसे हटाना है, क्योंकि आत्मा में परमात्मा का अंश रहता है । कभी – कभी  हम अपनी भावनाओं को कविता के माध्यम से प्रकट करने की कोशिश करते है | जी हाँ,  हमपढ़ना जारी रखें “#मेरी अच्छी दोस्त – कलम #”

# कर्म बड़ा या भाग्य ?

Originally posted on Retiredकलम: दोस्तों, आज मुझे अपने बचपन के दिनों का वाकया याद आ रहा है | तब मैं स्कूल में पढ़ता था | दोपहर ?में स्कूल से आने के बाद खाना खा कर सो जाया? करता था | शाम के समय मुझे? घर से बाहर खेलने की इजाजत मिलती थी |? उन दिनों…पढ़ना जारी रखें “# कर्म बड़ा या भाग्य ?”

# भूली बिसरी यादें #

Originally posted on Retiredकलम: ?एक सप्ताह पहले की बात है ,| सुबह – सुबह मुझे, कोलकाता के? एन एस रोड की तरफ ?कुछ काम के सिलसिले में जाने का मौका मिला | वहाँ अपने बैंक के बोर्ड को देख कर थोड़ी देर के लिए रुक गया | मेरे दिमाग में 20 साल पुरानी बातें एक…पढ़ना जारी रखें “# भूली बिसरी यादें #”

# मैं हँसता क्यों हूँ ?

Originally posted on Retiredकलम: दोस्तों, हँसना – हँसाना हमारी फितरत है | हमें भगवान ने एक विशेष गुण दिये है, कि जब हम खुश होते हैं तो ?हँसते है | हम अपनी भावनाओं को हंसी के द्वारा प्रकट करते है | यही तो अंतर है इंसान और जानवर ?में | जब भगवान ने हमे ?अच्छी…पढ़ना जारी रखें “# मैं हँसता क्यों हूँ ?”

आखिरी रात

कुछ अलग तो नहीं थी वह सुबहसूरज पूर्व से ही निकला थाकुछ अलग तो नहीं था वह दिनरोज़ की तरह दिल धड़का तो थाफिर क्यों ये दिल उस दिन के बाददोबारा ठीक से धड़क नहीं पायाफिर क्यों दोबारा सूरज ऊगा तो सहीपर मेरी ज़िन्दगी में सिर्फ अन्धकार छाया दहशत सी है उस कमरे से मुझेजहाँपढ़ना जारी रखें “आखिरी रात”

परिवार का महत्व

परिवार का अस्तित्व हम बाल्यकाल से पढ़ते आ रहे हैं की मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं और समाज का न्यूनतम इकाई परिवार है । जब हम यह कहते हैं कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं तो इसका अर्थ क्या होता है ?  किसी मनुष्य का जीवन समाज में  उत्पन्न होता है और […] परिवार कापढ़ना जारी रखें “परिवार का महत्व”

# एक कहानी सुनो -11 #

Originally posted on Retiredकलम: हर इंसान चाहता है कि वह हमेशा खुश रहे, लेकिन खुशी आती भी है तो कुछ समय के लिए | फिर अगले ही पल वह दुखों के सागर में अपने को पाता है | आज के समय में अपने को खुश रखना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है | हम अपने…पढ़ना जारी रखें “# एक कहानी सुनो -11 #”

क्षमा में शांति है KSHMA MEIN SHANTI HAI

एक बार एक फकीर के दर्शन को एक क्रोधी व्यक्ति आया। वह घर से झगड़ कर रवाना हुआ था। इसका क्रोध शांत नहीं हुआ था। उसने जोर से दरवाजा खोला। दरवाजा दीवार से टकराया। वहीं इधर-उधर जूते फेंके वह भीतर गया और उसने फकीर को झुककर प्रणाम किया। फकीर कहने लगे , ‘ तेरा नमनपढ़ना जारी रखें “क्षमा में शांति है KSHMA MEIN SHANTI HAI”

दूसरो का दर्द dusron ka dard

एक काफिला सफर के दौरान अंधेरी सुरंग से गुजर रहा था। उसके पैरों में कांकरिया चुभ रही थी। कुछ लोगों ने इस ख्याल से कि किसी को भी चुभ न जाए इसलिए उठाकर जेब में रख ली। कुछ ने ज्यादा उठाई , कुछ ने कम उठाई। कुछ ऐसे भी थे कि मेरे चुभी तो दूसरोंपढ़ना जारी रखें “दूसरो का दर्द dusron ka dard”

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